अंबेडकरनगर। जनपद के चर्चित पत्रकार अखंड प्रताप सिंह की दादी भांती देवी (उम्र 76 वर्ष) का गुरुवार रात निधन हो गया। कई दिनों से अस्वस्थ चल रही भांती देवी को देर रात अचानक दिल का दौरा पड़ा, जिसके बाद उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उन्होंने अंतिम सांस ली।
जैसे ही यह खबर सामने आई, क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। पत्रकारिता जगत के साथ ही गांव के हर कोने में गमगीन माहौल बन गया। शुक्रवार की सुबह जब अंतिम यात्रा निकली, तो सड़कें आंसुओं से भीगी श्रद्धांजलियों से भर गईं।
शहजौरा इल्तिफातगंज घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया गया, जहां हजारों की संख्या में लोगों ने पहुंचकर उन्हें अंतिम विदाई दी। हर आंख नम थी, हर चेहरा भावुक। मुखाग्नि उनके पुत्र अजय प्रताप सिंह ने दी।
डाड़ी घर से घाट तक भीड़ का आलम यह था कि लोगों के कदम खुद-ब-खुद चल पड़े अंतिम दर्शन के लिए।
अंतिम संस्कार में शामिल होने वालों में समाजसेवियों, शिक्षकों, जनप्रतिनिधियों, पत्रकारों और युवाओं की लंबी कतार देखी गई। शोक संवेदना प्रकट करने वालों का सिलसिला देर शाम तक चलता रहा।
इन प्रमुख लोगों ने पहुंचकर दी श्रद्धांजलि:
वरिष्ठ पत्रकार हनुमान सिंह,इंद्रसेन सिंह, दुर्गेश पांडे,उपज के जिला अध्यक्ष सुभाष चंद्र गुप्ता, कमल अग्रवाल, प्रफुल्ल श्रीवास्तव, लालमणि पांडे, रितेश पांडे,हर्षित सिंह,विशाल यादव,अरविंद यादव,डीके सागर,बृजेश उपाध्याय, महेंद्र सिंह,संदीप जायसवाल यदि पत्रकार साथी मौजूद रहे।
भांती देवी के निधन से एक युग का अवसान जैसा महसूस हुआ। गांव के लोग उन्हें एक ममतामयी, धर्मपरायण और सामाजिक महिला के रूप में याद कर रहे हैं।
