अम्बेडकरनगर। जहांगीरगंज थाना क्षेत्र में 7 अगस्त को घटी एक कथित अपहरण की घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी थी। परिजनों ने दावा किया कि दिनदहाड़े सफेद कार सवार हथियारबंद बदमाश उनकी 22 वर्षीय बेटी को अगवा कर ले गए हैं। मामला सामने आते ही पुलिस और प्रशासन हरकत में आ गया। उच्चाधिकारियों के निर्देश पर तत्काल मुकदमा दर्ज कर तीन विशेष टीमों का गठन किया गया और सीमावर्ती इलाकों में नाकेबंदी, सीसीटीवी फुटेज की बारीकी से जांच तथा लगातार चेकिंग शुरू हुई।
थोड़े ही समय में पुलिस ने युवती को सुरक्षित बरामद कर लिया, लेकिन बरामदगी के बाद जो सच सामने आया, उसने परिजनों के आरोपों की पूरी नींव हिला दी। जांच में स्पष्ट हुआ कि युवती का अपने एक परिचित युवक से प्रेम संबंध था और वह अपनी मर्जी से उसके साथ गई थी। इस पूरे मामले में न तो कोई असलहा लहराया गया, न ही कोई जबरन उठाकर ले जाया गया।
पुलिस के अनुसार, नेवारी दुराजपुर निवासी मोहम्मद इकबाल ने घटना की सच्चाई जानते हुए भी झूठा आरोप लगाते हुए थाने में लिखित तहरीर दी। यही नहीं, उन्होंने और उनके साथ मौजूद लोगों ने बड़ी संख्या में भीड़ जुटाकर जहांगीरगंज-बसखारी मुख्य मार्ग पर प्रदर्शन किया और सड़क जाम कर दी। इस दौरान आपातकालीन सेवाओं और यातायात व्यवस्था में गंभीर बाधा उत्पन्न हुई, जिससे आम जनता को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
जांच में यह भी सामने आया कि वादी ने अपनी शिकायत में अज्ञात वाहन सवारों पर असलहा दिखाकर बेटी के अपहरण का आरोप लगाकर पुलिस को गुमराह किया, जबकि वास्तविकता यह थी कि युवती अपने प्रेमी के साथ स्वेच्छा से गई थी। पुलिस का कहना है कि इस तरह की झूठी और बढ़ा-चढ़ाकर दी गई जानकारी से न केवल कानून-व्यवस्था प्रभावित हुई बल्कि सरकारी कार्यवाही में भी बाधा आई।
पुलिस ने अब वादी मोहम्मद इकबाल सहित अन्य आरोपियों के खिलाफ मुकदमा संख्या 214/25 धारा 212, 217, 189, 285 बीएनएस के तहत मामला दर्ज कर विधिक कार्रवाई शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि कानून-व्यवस्था से खिलवाड़ करने और झूठी सूचना देने वालों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।

