अम्बेडकर नगर मेडिकल कॉलेज में जटिल दंत सर्जरी सफल, अब जिले में संभव उन्नत उपचार

 

अम्बेडकर नगर। महामाया राजकीय एलोपैथिक मेडिकल कॉलेज के दंत रोग विभाग में चिकित्सकों ने एक अत्यंत जटिल ऑपरेशन को सफलता पूर्वक अंजाम देकर न सिर्फ मरीज को नया जीवन दिया बल्कि जिले में उन्नत चिकित्सा सेवाओं की नई संभावनाओं के द्वार भी खोल दिए।

जानकारी के मुताबिक, जिले की 38 वर्षीय महिला पर 30 अगस्त को धारदार हथियार से हमला किया गया था। हमले में महिला के चेहरे और जबड़े पर गहरी चोटें आईं और निचला जबड़ा पूरी तरह से कटकर अलग हो गया। स्थिति गंभीर होने पर महिला को महामाया मेडिकल कॉलेज के दंत रोग विभाग में भर्ती कराया गया।

यह मामला दंत चिकित्सा के क्षेत्र में बेहद चुनौतीपूर्ण माना जा रहा था। निचले जबड़े की टूटी हड्डी को जोड़ना आसान नहीं था, क्योंकि इसमें न सिर्फ सर्जरी का कौशल बल्कि अत्याधुनिक तकनीक की भी जरूरत थी। दंत रोग विभाग के ओरल एंड मैक्सिलोफेशियल सर्जन संजय आर्य (सह-आचार्य) ने टीम के साथ मिलकर ऑपरेशन की कमान संभाली। उनके साथ सीनियर रेजीडेंट ज्योति सोलंकी और जूनियर रेजीडेंट मानसी वर्मा ने भी अहम भूमिका निभाई।

करीब कई घंटों तक चले ऑपरेशन में डॉक्टरों ने मिनी प्लेट्स की मदद से निचले जबड़े की हड्डी को रिपेयर किया और सफलता पूर्वक उसे जोड़ने में कामयाब रहे। ऑपरेशन के बाद मरीज की स्थिति में तेजी से सुधार हो रहा है और अब वह पूरी तरह स्वस्थ हो रही है।

कॉलेज प्रशासन ने इस सर्जरी की सफलता पर प्रसन्नता व्यक्त की और चिकित्सा टीम को बधाई दी। वहीं, मरीज के परिजनों ने कहा कि इस ऑपरेशन ने उनकी उम्मीदों को नया जीवन दिया है और उन्हें अब बड़े शहरों में भटकना नहीं पड़ा।

विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह की जटिल सर्जरी के लिए अब तक मरीजों को लखनऊ या अन्य महानगरों का रुख करना पड़ता था, जिससे समय और धन दोनों की भारी बर्बादी होती थी। लेकिन अब अम्बेडकर नगर में ही उन्नत तकनीक और कुशल डॉक्टरों की मौजूदगी ने यह संभव कर दिखाया है।

इस उपलब्धि से न केवल जिले के मरीजों को राहत मिलेगी बल्कि आसपास के जिलों से आने वाले मरीजों को भी बेहतर उपचार सुविधा प्राप्त हो सकेगी। यह सर्जरी मेडिकल कॉलेज के लिए एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है, जिसने स्थानीय स्वास्थ्य सेवाओं को एक नया आयाम दिया है।

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