टाण्डा – अम्बेडकरनगर पुलिस को बड़ी सफलता तब मिली जब थाना कोतवाली टाण्डा पुलिस टीम ने चोरी की तीन मोटरसाइकिलों के साथ दो शातिर वाहन चोरों को गिरफ्तार कर लिया। यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक अम्बेडकरनगर के निर्देशन, अपर पुलिस अधीक्षक (पश्चिमी) के मार्गदर्शन तथा क्षेत्राधिकारी टाण्डा के पर्यवेक्षण में प्रभारी निरीक्षक दीपक सिंह रघुवंशी के नेतृत्व में चलाई जा रही अभियान के तहत की गई। पुलिस टीम में उपनिरीक्षक राहुल कुमार पाण्डेय, उपनिरीक्षक सचिव कुमार मौर्य, कांस्टेबल धर्मेन्द्र यादव, कांस्टेबल योगेन्द्र प्रताप और कांस्टेबल राजकुमार शामिल थे। टीम 11 नवंबर की शाम मोहनगंज चौराहे पर संदिग्ध वाहनों की चेकिंग कर रही थी, तभी मुखबिर से सूचना मिली कि दो व्यक्ति चोरी की मोटरसाइकिल लेकर जयश्री मोड़ के पास खड़े हैं और उसे बेचने की फिराक में हैं।
सूचना पर विश्वास करते हुए पुलिस टीम ने मुखबिर के साथ जयश्री मोड़ पर पहुंचकर घेराबंदी की और मौके से दो संदिग्धों को एक मोटरसाइकिल के साथ गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में दोनों ने अपने नाम हसनैन उर्फ इकलाख निवासी तलवापार थाना अलीगंज जनपद अम्बेडकरनगर व महफूज निवासी मोहल्ला मुबारकपुर थाना टाण्डा बताया। तलाशी में हसनैन के पास से दो कीपैड मोबाइल फोन (आईटेल और भारत कंपनी) तथा 40 रुपये नकद और महफूज के पास से एक एंड्राइड मोबाइल (टेक्नो स्पार्क) व 110 रुपये नकद बरामद हुए। पकड़ी गई मोटरसाइकिल HF Deluxe काले-सफेद रंग की थी, जिसकी नंबर प्लेट पर यूपी 51 एएल 3032 अंकित था, लेकिन जांच में पाया गया कि यह फर्जी है और वास्तविक रजिस्ट्रेशन नंबर यूपी 45 एए 7131 है, जो थाना अकबरपुर में वर्ष 2019 में चोरी की गई थी।
पूछताछ में दोनों ने स्वीकार किया कि उन्होंने कई वर्षो में विभिन्न जिलों से मोटरसाइकिलें चोरी की हैं और उन्हें फर्जी नंबर प्लेट लगाकर बेचने का काम करते हैं। उन्होंने बताया कि इसी मोटरसाइकिल से वे रेकी कर नई चोरियों की तैयारी करते थे। आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने जयश्री मोड़ से थोड़ी दूरी पर बाग की झाड़ियों में छिपाकर रखी गई दो और सुपर स्प्लेंडर मोटरसाइकिलें बरामद कीं। पहली सुपर स्प्लेंडर ब्लैक रंग की थी, जिसकी नंबर प्लेट पर यूपी 32 एआर 6749 अंकित था, जबकि असली रजिस्ट्रेशन नंबर यूपी 44 एजेड 8836 पाया गया। दूसरी सुपर स्प्लेंडर पर यूपी 41 एके 2068 लिखा हुआ था, पर उसका असली चेसिस नंबर MBLJAR033HGK00079 पाया गया, जिसमें छेड़छाड़ की गई थी। ई-चालान एप से सत्यापन में तीनों मोटरसाइकिलें थाना अकबरपुर और बाराबंकी में दर्ज चोरी के मुकदमों से संबंधित पाई गईं।
थाना अकबरपुर में मोटरसाइकिल यूपी 45 एए 7131 के संबंध में मु.अ.सं. 66/2019 धारा 379 भादवि, मोटरसाइकिल यूपी 44 एजेड 8836 के संबंध में मु.अ.सं. 845/2025 धारा 303(2) बीएनएस, और बाराबंकी में यूपी 41 एके 2068 के संबंध में मु.अ.सं. 1004/2025 धारा 303(2) बीएनएस के अंतर्गत मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि दोनों अभियुक्त चोरी के बाद मोटरसाइकिलों के असली नंबर मिटाकर फर्जी नंबर लगाते थे और चेसिस नंबर में नुकीले औजार से परिवर्तन कर देते थे ताकि गाड़ियों की पहचान न हो सके।
हसनैन का आपराधिक इतिहास बेहद लंबा है, जिसके खिलाफ थाना अलीगंज, टाण्डा व हंसवर में चोरी, गैंगस्टर, एनडीपीएस एक्ट और आर्म्स एक्ट समेत दर्जनों मुकदमे पंजीकृत हैं। महफूज भी उससे मिलकर चोरी की वारदातों में शामिल रहता था। पुलिस ने दोनों के खिलाफ थाना कोतवाली टाण्डा में मु.अ.सं. 375/25 धारा 317(2), 317(4), 317(5), 319(2), 318(4), 338, 336(3), 340(2) बीएनएस के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
पुलिस टीम ने दोनों आरोपियों को समय करीब 22:30 बजे गिरफ्तार कर आवश्यक कानूनी कार्यवाही करते हुए न्यायालय रवाना किया। टाण्डा पुलिस की इस कार्रवाई से वाहन चोरी करने वाले गिरोह के खिलाफ बड़ी सफलता मिली है और स्थानीय लोगों ने पुलिस की सक्रियता की सराहना की है।

