राजेसुल्तानपुर थाना पुलिस ने आज मुखबिर की सूचना पर एक बड़े अभियान के तहत दो वांछित अभियुक्त ऋषभ गोस्वामी (20, ग्राम बटेलीपुर, थाना आलापुर) और रंजन (29, ग्राम बभनपुरा, थाना राजेसुल्तानपुर) को गिरफ्तार किया। आरोपियों के कब्जे से 13 कीपैड मोबाइल, 7 एन्ड्राइड मोबाइल, 48 मोबाइल कवर, 8 मोबाइल बैट्री, 3 डाटा केबल, 1 डीसी चार्जर, 5 रैनबो यूएसबी डाटा केबल, 1 ट्रैवल अडाप्टर और 3 होल्डर बरामद हुए। यह कार्रवाई 28.08.2025 को मोबाइल शॉप पदुमपुर से हुई चोरी के मामले में की गई थी, जिसकी प्राथमिकी (मु0अ0सं0 180/25) थाना राजेसुल्तानपुर में दर्ज थी।
पूछताछ में अभियुक्तों ने चोरी की पूरी योजना स्वीकार की। रंजन ने बताया कि उसने पूर्व में लगभग चार वर्ष तक मोबाइल शॉप पदुमपुर में काम किया था और इसके दौरान उसने दुकान का निरीक्षण किया, सीसीटीवी कैमरे, दुकान के खुलने-बंद होने का समय और वहां मौजूद कर्मचारियों की जानकारी जुटाई। इसके आधार पर उसने ऋषभ गोस्वामी के साथ मिलकर चोरी की घटना को अंजाम दिया। दोनों अभियुक्त चोरी किए गए मोबाइल और एक्सेसरीज़ को बेचने के लिए ऋषभ द्वारा अपनी मोबाइल दुकान ढोलबजवा में खोली गई दुकान का उपयोग कर रहे थे, ताकि किसी को शक न हो।
पुलिस ने मौके पर वादी को बुलाकर बरामद सामान की पहचान कराई, जिस पर वादी ने अपनी संपत्ति होना पुष्टि की। इसके अतिरिक्त, सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल नेटवर्क सीडीआर की जांच में भी चोरी का संबंध अभियुक्तों से साबित हुआ। जांच के दौरान मामले में धारा 317(2) BNS भी जोड़ी गई।
गिरफ्तार अभियुक्तों का आपराधिक इतिहास भी गंभीर है। ऋषभ गोस्वामी के खिलाफ पहले भी मु0अ0सं0 306/22 थाना आलापुर (धारा 457/380/411 भादवि), मु0अ0सं0 114/23 (धारा 4/25 आर्म्स एक्ट) और मु0अ0सं0 185/25 थाना अतरौलिया (धारा 303/317(2) BNS) में मुकदमे दर्ज हैं। वहीं रंजन के खिलाफ भी मु0अ0सं0 180/25 थाना राजेसुल्तानपुर में अपराध दर्ज है।
इस कार्यवाही में उ0नि0 गोविन्द नारायण मिश्रा, का0 रामअवतार यादव, का0 संजीत पाठक, का0 सतीश यादव और का0 ब्रह्रानन्द शर्मा की पुलिस टीम शामिल रही। पुलिस ने बरामद सामान को वादी के हवाले किया और दोनों अभियुक्तों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है। मामले की गहन जांच जारी है और पुलिस ने बताया कि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं की रोकथाम के लिए और भी कठोर कदम उठाए जाएंगे।
यह कार्रवाई न केवल चोरी की घटनाओं के मामलों में पुलिस की तत्परता को दर्शाती है बल्कि जनपद में कानून-व्यवस्था बनाए रखने और अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की प्रतिबद्धता को भी उजागर करती है।
