शनिवार को कोपागंज में संतोष वर्मा का किया जायेगा पुतला दहन प्रदेश अध्यक्ष बी एस परशुराम सेना पड़ित अजीत कुमार पाण्डेय
मऊ। मध्य प्रदेश में अजाक्स के नवनियुक्त अध्यक्ष IAS संतोष वर्मा के बयान को लेकर कुछ दिनों से विवाद छिड़ा हुआ है। विते दिनों सार्वजनिक कार्यक्रम मे आरक्षण कि मांग पर बोलते हुए ब्राह्मण समाज कि बेटियों के प्रति अपशब्द भाषा का प्रयोग करने पर सम्पूर्ण भारतवर्ष के ब्राह्मण समाज आक्रोशित हैं। इसी क्रम मे bss परशुराम सेना के सुप्रसिद्ध युवा समाजसेवी व ब्राह्मणवादी नेता कुलदीप पाण्डेय ने भी अपना आक्रोश प्रकट किया। अजीत पाण्डेय ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव व प्रशासन को सोशल मीडिया व पत्र के माध्यम से मांग किया है कि ऐसे सरफिरे अधिकारी पर कठोर से कठोर कार्यवाही किया जाये।
अजीत पाण्डेय सोशल मीडिया पर ब्राह्मण बिटियां के सम्मान मे आगे आते हुए संतोष वर्मा के वेशर्मी भाषा पर विरोध जताया है तथा ब्राह्मण व सनातन समाज के लोगो से अधिक से अधिक थानों मे एफआईआर करने कि अपील कि है।राजेश पाण्डेय ने कहा यहां बात सिर्फ जात-पात कि नही है बात है एक प्रतिष्ठित पद IAS अधिकारी के मानसिक संतुलन का जिसको यह नही पता कि कहाँ क्या और किसके बारे मे बोलना है। सभी जाति-धर्म कि बिटिया पूज्यनीय व सम्मानीय हैं। बहु बेटियों पर बोलने का हक्क इस बद्दीमाग इंसान को किसने दिया। बाबा साहब अंबेडकर जी के नितियों पर चलने कि बात करता है खुद उनके नाम को डूबा रहा है। ऐसे व्यक्ति समाज के लिए कलंक है यह जोड़ने वाला नही अपने ही समाज को तोड़ने का कार्य कर रहा है।
अनुवांशिक तौर पर करुणा,उदारता शिक्षा व विश्ववंधुत्व और शांति प्रिय प्रतीक समाज में संतोष वर्मा ने जो सम्पूर्ण भारत में असंतोष व्याप्त किया है,उस कृत्य के लिए अनेकों प्रदर्शन व मांग किये जाने के बावजूद भी ग्वालियर समेत पूरे मध्य प्रदेश में एक भी एफआईआर दर्ज नहीं हुई शर्म कि बात है सरकार व प्रशासन के लिए कि अभी भी चुप है। ऐसा ही रहा तो ब्राह्मण समाज अगले चुनाव मे सरकार को गिराने मे कोई कसर नही छोड़ेगी। Bss परशुराम सेना के पदेश अध्यक्ष अजीत पाण्डेय ने यह भी कहा कि संतोष वर्मा के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए. बेटी चाहे ब्राह्मण समाज की हो या वाल्मीकि चाहे राजपूत की हो अगर इस प्रकार की आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग कोई करेगा तो दंडात्मक कार्यवाही होनी चाहिए। ऐसी नीच मानसिकता वाले को जेल में डाल देना चाहिए। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा मोदी जी ने दिया था आज हम सभी को सिद्ध करने का समय आ गया है। सरकार अगर उचित निर्णय नही करती है तो समझा जायेगा कि मध्यप्रदेश की सरकार ब्राह्मण विरोधी है। जिससे आगे सड़क पर जनआंदोलन के लिए ब्राह्मण समाज बाध्य रहेगी जिसके जिम्मेदार स्वयं वहां कि सरकार व प्रशासन होगी।
