बीकापुर (अयोध्या)।। बीकापुर क्षेत्र में सरकार द्वारा संचालित प्राथमिक विद्यालयों के विलय के खिलाफ अभिभावकों और शिक्षकों का आक्रोश लगातार बढ़ता जा रहा है। इसी क्रम में 17 जुलाई को प्राथमिक विद्यालय कुबरी पंडित में एक विशेष बैठक आयोजित की गई, जिसमें उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ की बीकापुर इकाई और बड़ी संख्या में अभिभावकों ने भाग लिया।
विद्यालय बंद, बच्चों को हाईवे पार कर जाना होगा स्कूल
बैठक में अभिभावकों ने बताया कि कुबरी पंडित का विद्यालय बंद कर बच्चों को करीब 500 मीटर दूर प्राथमिक विद्यालय बीकापुर भेजा जा रहा है। यह दूरी मुख्य हाईवे मार्ग से होकर तय करनी होगी, जिससे दुर्घटनाओं की आशंका बढ़ गई है।
अभिभावक जसमता ने कहा कि हाईवे और रेलवे लाइन पार कर छोटे बच्चों को भेजना सुरक्षित नहीं है। सरकार का यह निर्णय बालिका शिक्षा, गरीब परिवारों की पहुंच और सुरक्षा पर सीधा हमला है।
"शिक्षा के अधिकार का हो रहा उल्लंघन"
अभिभावकों ने इस फैसले को शिक्षा के अधिकार अधिनियम के खिलाफ बताया। उन्होंने कहा कि सभी बच्चों को पास के स्कूल में सुरक्षित शिक्षा देना सरकार की जिम्मेदारी है। लेकिन विद्यालय बंद करने से शिक्षा के अवसर सीमित और असुरक्षित हो रहे हैं।
बैठक में शिक्षक और अभिभावक संगठनों की सक्रिय भागीदारी
इस विरोध बैठक में जिला कोषाध्यक्ष वीरेंद्र भारती, मंत्री रवींद्र गौतम, अनिल सिंह, विद्या यादव, माधुरी, कमलेश, अंजली, गायत्री, धर्मेंद्र, राजित राम और सुनीता सहित अनेक शिक्षक व अभिभावक शामिल रहे। सभी ने एक स्वर में मांग की कि विद्यालयों के विलय का फैसला वापस लिया जाए और बच्चों की सुरक्षा तथा सुविधा का विशेष ध्यान रखा जाए।
