गोरखपुर। साइबर अपराध पर रोकथाम और पीड़ितों की त्वरित मदद के लिए चलाए जा रहे अभियान के तहत गोरखपुर पुलिस ने एक और सराहनीय उदाहरण पेश किया है। बड़हलगंज थाना क्षेत्र की साइबर टीम ने तत्परता दिखाते हुए एक परिवार को आर्थिक नुकसान से बचा लिया और गलती से ट्रांसफर किए गए 1.28 लाख रुपये सुरक्षित रूप से वापस दिलवाए।
घटना 15 मार्च 2025 की है जब आवेदिका के पति ने अनजाने में यूपीआई के माध्यम से 1,28,176.92 रुपये एक अज्ञात खाते में भेज दिए। इतनी बड़ी रकम अचानक गायब होने से परिवार परेशान हो गया और तत्काल पुलिस से मदद की गुहार लगाई। मामले को गंभीरता से लेते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गोरखपुर के निर्देश पर पुलिस अधीक्षक अपराध व पुलिस अधीक्षक दक्षिणी के मार्गदर्शन में क्षेत्राधिकारी गोला और थानाध्यक्ष बड़हलगंज की देखरेख में साइबर टीम को लगाया गया।
उपनिरीक्षक सुनील सिंह और उनकी टीम ने तकनीकी साधनों का इस्तेमाल कर त्वरित कार्रवाई की और खाते की ट्रैकिंग करते हुए अंततः 1,28,000 रुपये की राशि को वापस आवेदक के बैंक खाते में जमा करा दिया। शेष राशि प्रक्रिया में कटौती के चलते वापस नहीं हो सकी, लेकिन पूरी रकम लगभग सुरक्षित बचा ली गई।
बरामदगी की इस कार्रवाई में थानाध्यक्ष चन्द्रभान सिंह, उपनिरीक्षक सुनील सिंह, उपनिरीक्षक राजेश ठाकुर, कंप्यूटर ऑपरेटर ग्रेड बी विनय चौहान, कांस्टेबल दीपक पाण्डेय और महिला कांस्टेबल दिव्या मिश्रा की अहम भूमिका रही। पुलिस की इस तत्परता से न केवल पीड़ित परिवार को बड़ी राहत मिली बल्कि आमजन के बीच साइबर सेल की विश्वसनीयता भी मजबूत हुई।
पुलिस प्रशासन ने एक बार फिर स्पष्ट किया है कि किसी भी तरह की साइबर ठगी, धोखाधड़ी या गलती से ट्रांसफर हुई रकम की स्थिति में तत्काल पुलिस को सूचित करना चाहिए ताकि त्वरित कार्रवाई कर जनता की मेहनत की कमाई को सुरक्षित बचाया जा सके।
