विंध्याचल दर्शन कर लौट रहे श्रद्धालुओं की बोलेरो ट्रक से भिड़ी, पति-पत्नी समेत तीन की मौके पर मौत, तीन गंभीर घायल

 


अम्बेडकर नगर। विंध्याचल धाम से मां विंध्यवासिनी के दर्शन कर लौट रहे श्रद्धालुओं की आस्था भरी यात्रा रविवार को दर्दनाक हादसे में तब्दील हो गई, जब उनकी बोलेरो जौनपुर जिले के रामपुर थाना क्षेत्र में सड़क किनारे खड़े ट्रक से पीछे से जा भिड़ी। टक्कर इतनी भीषण थी कि पूरे इलाके में धमाका जैसा आवाज हुई और लोग सहम गए। हादसा मिर्जापुर-जौनपुर स्टेट हाईवे पर गंधवना गांव (गढ़ई पुल) के पास एचपी पेट्रोल पंप के सामने हुआ। बोलेरो की रफ्तार 100 किलोमीटर प्रति घंटा से ज्यादा बताई जा रही है। हादसे में बोलेरो की ऊपरी बॉडी पूरी तरह पिचक गई और उसमें सवार छह श्रद्धालु अंदर ही फंस गए। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि टक्कर के बाद एक महिला कार का शीशा तोड़ते हुए करीब आठ फीट दूर जा गिरी। घटना की भयावहता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि गाड़ी का अगला हिस्सा पूरी तरह ट्रक में समा गया था।

पेट्रोल पंप के कर्मचारी और स्थानीय लोग तुरंत मौके पर पहुंचे और पुलिस को सूचना दी। करीब आधे घंटे की मशक्कत के बाद कार में फंसे लोगों को बाहर निकाला गया। तब तक 70 वर्षीय फुला देवी पत्नी रामचंद्र वर्मा की मौके पर ही मौत हो चुकी थी। बाकी पांच घायलों को गंभीर हालत में भदोही के जीवनदीप नर्सिंग होम भेजा गया, जहां डॉक्टरों ने अंबेडकरनगर के पाली पट्टी निवासी आलोक वर्मा (38) और उनकी पत्नी गुड़िया वर्मा उर्फ अर्पिता (32) को मृत घोषित कर दिया। बाकी तीन घायलों – सुभाष वर्मा, उनकी पत्नी मंजू वर्मा (दोनों निवासी जयनपुर खेवार, इब्राहिमपुर थाना क्षेत्र) और जौनपुर निवासी 20 वर्षीय अभिराट वर्मा – को प्राथमिक उपचार के बाद वाराणसी के बीएचयू ट्रॉमा सेंटर रेफर किया गया है, जहां उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है।

हादसे की सूचना मिलते ही सीओ मड़ियाहूं गिरेंद्र कुमार सिंह और थाना प्रभारी विनोद कुमार भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। दुर्घटना के कारण स्टेट हाईवे पर करीब एक घंटे तक जाम लग गया। पुलिस ने जेसीबी बुलवाकर बोलेरो और ट्रक को सड़क से हटवाया, तब जाकर यातायात बहाल हो सका। सीओ ने बताया कि हादसे में तीन लोगों की मौत और तीन के घायल होने की पुष्टि हुई है। मृतकों के परिजनों की तहरीर पर मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी गई है।

पेट्रोल पंप पर कार्यरत साहब लाल ने बताया कि “धमाका इतना तेज था कि लगा जैसे बम फट गया हो। दौड़कर पहुंचे तो बोलेरो पूरी तरह पिचकी हुई थी, लोग अंदर फंसे थे और चीख-पुकार मची हुई थी। हमने शीशे तोड़कर उन्हें किसी तरह बाहर निकाला।” उन्होंने बताया कि हादसे वाली जगह पर फोरलेन का निर्माण कार्य चल रहा है और सड़क पर बजरी फैली हुई थी। संभव है कि इसी बजरी पर फिसलकर बोलेरो चालक ने नियंत्रण खो दिया। उन्होंने अफसोस जताया कि अगर गाड़ी की रफ्तार थोड़ी कम होती तो शायद किसी की जान बच जाती।

बताया जा रहा है कि मृतक आलोक वर्मा समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और कटेहरी विधानसभा से सपा विधायक लालजी वर्मा के बेहद करीबी माने जाते थे। आलोक वर्मा अंबेडकरनगर में लालजी वर्मा द्वारा संचालित शिक्षण संस्थानों में से एक राम अधार ग्रामीण महाविद्यालय में बड़े बाबू के पद पर कार्यरत थे। उनके निधन की खबर मिलते ही पूरे अंबेडकरनगर जिले में शोक की लहर दौड़ गई। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है, वहीं उनके गांव पाली पट्टी और जयनपुर में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है। श्रद्धालुओं की यह यात्रा जो मां विंध्यवासिनी के आशीर्वाद के साथ खुशी-खुशी शुरू हुई थी, लौटते समय एक दर्दनाक हादसे में बदल गई, जिसने पूरे जिले को गमगीन कर दिया।



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