पारिवारिक कलह से तंग आकर युवक ने तोड़ा दम: नीम के पेड़ पर लटका मिला 24 वर्षीय अभिषेक का शव, पुलिस ने शुरू की जांच


अंबेडकर नगर। जिले के आलापुर थाना क्षेत्र के जहांगीरगंज अंतर्गत सहाबुद्दीनपुर गांव में बीती शाम एक दिल दहला देने वाली घटना ने पूरे इलाके को सन्नाटे में डुबो दिया। मात्र 24 साल के नौजवान अभिषेक ने घर के ठीक सामने खड़े विशाल नीम के पेड़ पर फंदा डालकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। परिजनों की तत्परता से उसे उतार तो लिया गया, लेकिन डॉक्टरों ने अस्पताल पहुंचते ही उसे मृत घोषित कर दिया। ग्रामीणों का कहना है कि लंबे समय से चली आ रही पारिवारिक कलह ने युवक को इस कदम पर मजबूर कर दिया। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और मामले की गहन जांच शुरू कर दी है।घटना की जानकारी मिलते ही गांव में सनसनी फैल गई। स्थानीय निवासी अभिषेक पुत्र रविंद्र (दलित समुदाय) शाम करीब आठ बजे अपने आवास के निकटवर्ती नीम के पेड़ पर चढ़ा और चुपचाप फंदे से लटक गया। चीख-पुकार सुनकर पहुंचे परिजनों ने किसी तरह उसे नीचे उतारा और नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र ले गए। वहां मौजूद चिकित्सकों ने युवक की सांसें थम चुकी होने की पुष्टि की। अभिषेक का पारिवारिक जीवन लंबे समय से तनावपूर्ण रहा है, जहां छोटे-मोटे विवाद ने धीरे-धीरे गंभीर रूप धारण कर लिया था। गांव वालों का मानना है कि यही घरेलू कलह युवक के मन में इतना विषाद भर गया कि उसने यह चरम कदम उठा लिया।सूचना पाकर आलापुर थाने की पुलिस टीम तुरंत घटनास्थल पर पहुंची। फॉरेंसिक टीम ने मौके का मुआयना किया और शव को कब्जे में ले लिया। थानाध्यक्ष अजय प्रताप यादव ने बताया, "प्रथम दृष्टया यह आत्महत्या का मामला प्रतीत हो रहा है। परिजनों से कोई औपचारिक शिकायत अभी प्राप्त नहीं हुई है। तहरीर मिलते ही कानूनी प्रक्रिया के तहत उचित कार्रवाई की जाएगी। हमारी टीम हर पहलू की बारीकी से छानबीन कर रही है, ताकि किसी भी संदिग्ध कोर कसर को नजरअंदाज न किया जाए।"यह घटना इलाके में मानसिक स्वास्थ्य और पारिवारिक विवादों के प्रति जागरूकता की आवश्यकता को रेखांकित करती है। ग्रामीणों ने बताया कि अभिषेक एक मेहनती युवक था, जो परिवार का सहारा बनने की कोशिश में लगा रहता था, लेकिन लगातार बढ़ते तनाव ने उसे तोड़ दिया। पुलिस ने परिजनों को सांत्वना दी है और जांच के दौरान पूछताछ जारी रखी है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के सटीक कारणों का पता चलेगा।जिले में हाल के दिनों में ऐसी घटनाओं ने प्रशासन को सोचने पर मजबूर कर दिया है। विशेषज्ञों का मानना है कि समय रहते काउंसलिंग और सामाजिक सहायता से ऐसी त्रासदियों को रोका जा सकता है। सहाबुद्दीनपुर गांव में शोक की लहर दौड़ गई है, और अभिषेक के अंतिम संस्कार की तैयारी चल रही है।
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